पूरा नाम – अशोक ओमप्रकाश मल्होत्रा
जन्म – जनवरी 26, 1957, अमृतसर, पंजाब
प्रमुख टीमें – भारत, बंगाल, हरियाणा
बल्लेबाज़ी शैली – दाएं हाथ के बल्लेबाज़
गेंदबाजी शैली – दाएं हाथ के मध्यम
जी आर विश्वनाथ के सांचे में ढले आकर्षक दाएं हाथ के मध्यक्रम बल्लेबाज़ अशोक मल्होत्रा ने अपने टेस्ट क्रिकेट के कौशल के साथ न्याय नहीं किया और उनके आंकड़े निराशाजनक हैं। घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन की बदौलत उन्हें देश के लिए खेलने का अवसर मिला किन्तु मल्होत्रा ने अपने शुरुआती कुछ टेस्ट मैचों में प्रदर्शन नहीं किया और बाहर हो गए। 1983 में उन्होंने वेस्ट इंडीज का दौरा किया लेकिन एक भी टेस्ट नही खेल सके। 1983-84 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में वह वापस आए और 32, 72*, 20 और 30(90 रन के स्कोर में सर्वाधिक) के स्कोर के साथ बेहतर प्रदर्शन किया। वह एक बार फिर बाहर हो गए और 1984-85 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में लौटे। वह उस भारतीय टीम का हिस्सा थे जिसने 1985 में ऑस्ट्रेलिया में वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ़ क्रिकेट जीती थी।
कपिल देव – भारत – रिकॉर्ड
हालाँकि घरेलू क्रिकेट में मल्होत्रा निरंतर रन बनाने वाले बल्लेबाज़ थे और रणजी ट्रॉफी में लंबे समय तक सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड उनके नाम रहा। उन्होंने 18 शतकों के साथ 52.49 की औसत से 7274 रन बनाए। उनका सर्वाधिक स्कोर 1989-90 में बंगाल के लिए हैदराबाद के खिलाफ 258 रन नाबाद रहा। बाद में वह टेस्ट चयनकर्ता बन गए और अंत में बंगाल के कोच बन गए।




