रविचंद्रन अश्विन ने आगामी इंग्लैंड एकदिवसीय श्रंखला से पहले कहा कि विराट की आक्रामक कप्तानी और विभिन्न शैली की कम्यूनिकेशन के लिए उन्हें पकड़ बनानी होगी.
2010 में अपने अंतरराष्ट्रीय पदार्पण के बाद से अश्विन ने लगभग सारी छोटे प्रारूप की क्रिकेट धोनी की कप्तानी में ही खेली है. लेकिन पिछले दो वर्षों में वो टेस्ट क्रिकेट में कोहली के प्रमुख गेंदबाज़ बने हैं.
“बातचीत के मामले ये बिल्कुल अलग अनुभव होगा” – अश्विन ने पुणे में इंग्लैंड के खिलाफ पहले एकदिवसीय मुक़ाबले से कहा जो १५ जनवरी को होना है.”पहले जब मैं धोनी के अंडर खेलता था – जो अब इस मॅच के बाद से नही होगा – तब कम्यूनिकेशन विकेटकीपर से गेंदबाज़ के मार्क तक होता था. अब विराट शॉर्ट कवर या शॉर्ट मिडविकेट पर खड़े होंगे तो वहाँ से कम्यूनिकेशन ज़ाहिर है अलग तरह से होगा. हमें कोशिश करके इस कम्यूनिकेशन के अनुसार खुद को ढालना होगा.”

अपनी कप्तानी के अधिकांश भाग में धोनी मध्य ओवेरो में स्पिन्नरों पर रन रोकने के लिए निर्भर रहते थे. अश्विन के अनुसार कोहली विकट हासिल करने के लिए कुछ रन बहाने से नही हिचकिचाएंगे. “मैं कभी विराट के अंडर सीमित ओवेरो के क्रिकेट में कहीं खेला हूँ चाहे आईपीएल हो या कहीं और. मैने सिर्फ़ एक एकदिवसीय श्रंखला कोहली के साथ खेली है श्रीलंका के खिलाफ.” – रविचंद्रन अश्विन ने कहा.
“विराट, कई मौकों पर आक्रामक हो सकते हैं और इस एक बात के लिए मुझे कोशिश कर के एडजस्ट करना है. उन्हे आक्रमण करना पसंद है, बीच के ओवेरो में विकेट लेना पसंद है. चाहे इसके लिए कुछ रन भी खर्च करने पड़ें. और ज़ाहिर है, थोड़े ज़्यादा रन देकर विकेट लेने की कोशिश करना कोई बुरी बात नही है.”
विराट कोहली – भारत – रिकौर्ड़स (Virat Kohli Records)
हालाँकि अश्विन मानते हैं की कम्यूनिकेशन और नेतरत्व के लिहाज़ से धोनी अब भी टीम में एक अहम भूमिका अदा करेंगे. “मुझे लगता है कि धोनी टीम में बड़ा किरदार निभाएँगे क्योंकि वो विकेटकीपर हैं और उनका सालों का बहुमूल्य अनुभव टीम के लिए आवश्यक है. यह हमारे लिए बहुत आवश्यक है की हम धोनी से ज़्यादा से ज़्यादा जानकारी प्राप्त कर टीम को आगे ले जाने में सहयोग दें.” – अश्विन

पुणे में अश्विन जब इंग्लैंड के खिलाफ मैदान पे उतरेंगे तो उन्हे उन्हें एकदिवसीय क्रिकेट खेले पूरा एक साल हो चुका होगा. अश्विन को पिछले वर्ष जून में खेली गयी ज़िंबाब्वे सीरीज़ और फिर न्यूज़ीलैंड सीरीज़ के लिए विश्राम दिया गया था. अब जब ये एकदिवसीय श्रंखला एक लंबे टेस्ट सीज़न के बीच में आ गई है तो अश्विन मानते हैं कि मानसिक तौर पर रणनीति में थोड़ा बदलाव करना पड़ेगा.
“हमने बीच में अमरीका में टी२० मैच खेले थे, वह एक अच्छा बदलाव था और मैने काफ़ी अच्छे से खुद को उसके अनुसार ढाल लिया था. मुझे पूर्ण विश्वास है की इंग्लैंड से एकदिवसीय श्रंखला काफ़ी कड़ी होगी. हमें काफ़ी मेहनत करनी है. अगले 3-4 दिन बहुत महत्वपूर्ण हैं. मैनें चेन्नई में अभ्यास के दौरान काफ़ी गेंदबाज़ी करी, लेकिन मैच खेलने से अच्छी प्रॅक्टीस और कुछ नही हो सकती.” – अश्विन ने कहा
रविचंद्रन अश्विन – भारत – रिकौर्ड़स (Ravichandran Ashwin Records)
“मैं मानता हूँ की बहुत समय बाद हम एक टीम के तौर पर अपनी पूरी ताक़त से खेलने वालें हैं – मुझे याद नहीं आख़िरी बार ऐसा कब हुआ था. युवराज की टीम में वापसी से हमें बहुत लाभ होगा क्योंकि उनके पास बहुत अनुभव है. इस इंग्लैंड टीम ने मेरे विचार से पिछले साल में कई चमत्कारी एकदिवसीय श्रंखलायें खेली है, इसलिए मुझे विश्वास है की वो सकारात्मक और आक्रामक क्रिकेट खेलेंगे.”